पूरी तरह बेखबर थी कि उसका आने वाला कल कैसा है ? अपने आज में पूरी तरह डूबी हुई। पूरी तरह बेखबर थी कि उसका आने वाला कल कैसा है ? अपने आज में पूरी तरह डूबी हुई।
ज़िन्दगी अब तो दुश्वार लगने लगी हर कदम मौत के ही ठिकाने हुए। ज़िन्दगी अब तो दुश्वार लगने लगी हर कदम मौत के ही ठिकाने हुए।
काश मैंने एतबार ना किया होता। काश मैंने एतबार ना किया होता।
साइबर क्राइम रूपी अदृश्य परंतु भयानक ज़ुर्म का शिकार होने से बच सकें। साइबर क्राइम रूपी अदृश्य परंतु भयानक ज़ुर्म का शिकार होने से बच सकें।
"राखी" के पवित्र पर्व पर भाई बहिन के पवित्र रिश्ते को चीरती हुई आँखों से ओझल हो गई। "राखी" के पवित्र पर्व पर भाई बहिन के पवित्र रिश्ते को चीरती हुई आँखों से ओझल हो ...
पिता रात को टहल कर आकर आराम से सोए थे पिता रात को टहल कर आकर आराम से सोए थे